Subscribed over 7 times thus far. Margins are negligible but looking at how the likes of Touchwood have been faring is enough to make one optimistic about the listing gains...
Umang, have you decided to let go of it? Or changed mind already?
पशु चारा बिजनेस में उतरी पतंजलि, अमूल से मिला बड़ा ऑर्डर Source:ET
प्रोसेस्ड फूड्स और कॉस्मेटिक्स सेगमेंट में कॉम्पिटिशन तेज करने के बाद योग गुरु रामदेव की कंपनी बड़े पैमाने पर चारा बिजनस में उतर रही है। उसे डेयरी ब्रांड अमूल से बड़े पैमाने पर ऑर्डर मिला है। पतंजलि आयुर्वेद की इकाई पतंजलि फोराज के हेड यशपाल आर्य ने ईटी को बताया कि मक्के की फसल से हरा चारा तैयार करने के लिए कंपनी की तरफ से अमेरिका से एक टेक्नॉलजी लाई गई है। यह चारा गायों में दूध बढ़ाने में उपयोगी माना जाता है। उनके मुताबिक, कंपनी के प्लान के तहत किसानों को भी मक्का उगाने के लिए प्रेरित किया जाएगा और इससे किसानों की संपत्ति में भी इजाफा होगा।
पतंजलि के साथ पहला परचेज ऑर्डर साइन करने वाली इकाई साबरकांठा डेयरी है, जो गुजरात मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (जीसीएमएमएफ) की 19 मिल्क यूनियनों में सबसे बड़ी है। यह अमूल ब्रांड के तहत अपने प्रॉडक्ट्स बेचती है। साबरकांठा डेयरी के डिप्टी जनरल मैनेजर आर एस पटेल ने बताया, ''इस टेक्नॉलजी से प्रॉडक्टिविटी बढ़ाने में मदद मिलेगी, जिससे आखिरकार प्रॉडक्ट की क्वॉलिटी में सुधार होगा।''
अमूल खरीदेगी 10,000 मीट्रिक टन चारा अमूल पतंजलि के गुजरात स्थित हिम्मतनगर प्लांट से 10,000 मीट्रिक टन चारा खरीदेगी। पटेल ने बताया कि इस बारे में शुरुआती ऑर्डर 6 करोड़ रुपये का है और हाल में इस सिलसिले में दोनों पक्षों के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर हुए हैं। यह प्लांट साबरकांठा डेयरी की तरफ से मुहैया कराई जमीन पर बनाया गया है।
जीसीएमएमएफ के चेयरमैन जेठा पटेल ने बताया, ''हम अपने किसानों को पतंजलि द्वारा तैयार चारे की सप्लाई करेंगे। इससे न सिर्फ दूध की मात्रा में बढ़ोतरी होगी, बल्कि इसकी क्वॉलिटी भी बेहतर होगी। साथ ही, उन सीमांत किसानों को भी आत्मनिर्भर होने में मदद मिलेगी, जिनके पास दो या तीन गायें होती हैं। भारत में डेयरी मालिक आमतौर पर गाय या भैंसों को हरी घास चरने के लिए छोड़ देते हैं और इसके बाद सूखा चारा और घर में तैयार पौष्टिक आहार खिलाते हैं। हालांकि, हरे चारे की तकरीबन 60 फीसदी कमी झेल रहे इस देश में गाय आमतौर पर अपनी क्षमता से कम दूध देती है।
91 किसाने से हुआ समझौता आर्य ने बताया कि पतंजलि के इस चारे से इस गैप को भरने में मदद मिलेगी। डेयरी मालिकों को यह प्रॉडक्ट उसी रेट में उपलब्ध कराया जाएगा, जिसमें वह मार्केट से सूखा चारा खरीदते हैं। फिलहाल ऐसा कोई संगठित सिस्टम नहीं है, जिससे सालभर गायों के लिए हरे चारे की सप्लाई हो सके। पतंजलि ने इसके लिए 91 किसानों के साथ समझौता किया है। इसके लिए गुजरात में जमीन की पहचान की गई है। ये किसान तकरीबन 500 एकड़ में मक्का उगाएंगे। कंपनी किसानों की तरफ से तय राशि पर इसकी कटाई करेगी और इसका चारा बनाने के लिए प्रोसेस करेगी। आर्य ने दावा किया, ''इससे न सिर्फ दूध का क्वॉलिटी और प्रॉडक्शन में बढ़ोतरी होगी, बल्कि गायों की आयु भी बढ़ेगी।''
Just look at MRC EXIM 15 rs stock down to 10 rs(20% lower circuit),in just 3 days of listing. Loss of 40000 per application to those who hasn''t sold. Subject to rate was 11000 at the time of subscription. Don''t give importance to fake subject to rates.....game plan by speculators & promoters to trap RII. Just don''t go for every SME blindly. This is lesson no. 2 after ZODIAC.
2 UC is possible but after that only high delivery volume can sustain rally. If seller don''t sell for first 2 days, I mean if volumes are low then 3rd UC is possible.
Remember at 2 UC it gets highly overvalued stock. Its peers hinduja gobal, firstsource, allsec are avaliable at 17 pe , 13.5 pe and 24 pe respectively. This SME is offered at 24 pe. Any Price movement is purely speculative , valution does not support . . .
So bat ki ek bat, SME IPO MAI YEH SUB KON DEKHTA HAI.
The fund seems to be a very risky investment. The company has invested 5.52 Cr in shares of Prims Medico and Pharmacy limited. The current ratio of company for last year is 0.73 which indicates diversion of funds. Also the sale from own brand in FY 2017-18 is more than 47.55% as compared to 17.74% of 2016-17 which can also be questioned. kindly check the prospectus before investing.
You can add Pulz electronics...UC on day 1 but now trading below issue price...Be aware before investing any SME ipo...interestingly this stock is fundamantelly strong.. Dilip Davda gave go ahead.. good business..but still no buyer in the market...so think twice before investing in SME ipo..especially which is small in size...
15. MAMU| Link| Bookmark|
December 21, 2017 9:53:59 AM
IPO Guru (2000+ Posts, 1200+ Likes)
Just to make everyone aware about the pros and cons of SME IPO, many people thinks that you can earn in all SME IPO and can apply all. However that’s not the case every time, even if IPO gets oversubscribed by 3-4 times, it should not tempt u. Recently MRC Exim got listed on BSE SME platform at issue price of Rs 15 with market lot of 8,000 shares, just hits LC for 2 consecutive days and today made low of Rs 9 48k loss in 3 days i.e 40% wealth distroyed if anyone got allotment. So be careful before applying. This isn''t generalisd for all IPO but be careful before applying...
14. MAMU| Link| Bookmark|
December 21, 2017 9:21:39 AM
IPO Guru (2000+ Posts, 1200+ Likes)
Tough call for this 2 Promotors, Purpose only to influence liquidity as operation margin.. asset management seems poor.. Majour product manufactured orders got from PATANJALI.. dependable on single client as per record... I will not going to apply for this
@Anarchist: EPS considered after equity dilution. If you see Mr. Devda analysis there i found these data. but I PE ratio calculated wrongly. pls check once!
if we annualize latest earnings and attribute it on fully diluted equity post issue, then asking price is at a P/E of around 45 plus
^^. So going by the above excerpt from his analysis, I''m inclined to assume that the equity base would expand post offer resulting in a higher P/E ...
Number of shares Profit in rupees five months earning one month earning one year earning pe Before Issue 3659024 1637000 0.45 0.089 1.074 27.940 after issue 5855024 1637000 0.28 0.056 0.671 44.708